आपके अमूल्य प्रतिक्रिया के लिए दिल से धन्यवाद उन्होंने गाँधी जी को संकेत कर बगल वाले छात्र से नक़ल कर वर्तनी ठीक लिखने को कहा. किन्तु गाँधी जी ऐसा कहाँ करने वाले थे. गिलहरी की इस शिक्षा के बाद बुद्ध को मिला था आत्मज्ञान परन्तु दरिद्र व्यक्ति ने आज बहुत https://lokhitkhabar.com/