त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥ अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥ ** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें। राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।। https://shivchalisas.com