यदि इंसान सिर्फ दौलत के बारे में ही सोचता रहे तो लोगों की सेवा कब करेगा. – दौलत ध्येय – प्रयोजन, अभिप्राय, लक्ष्य, मकसद, उद्देश्य। मैं इतना जानता हूँ कि वे खानदानी लोग हैं और उनके पास बहुत पैसा है। – पैसा सूर्य – दिनकर, सूरज, अंशुमान, रवि, प्रभाकर अर्थ https://jaredxjixi.iyublog.com/29208436/samudra-ka-paryayvachi-no-further-a-mystery